Thursday, September 5, 2013

धर्म गुरुओं का अधर्म की ओर पग


आजकल हर न्यूज़ चैनल में हमारे देश के आध्यात्मिक गुरु आशाराम जी के कारनामों की चर्चा है.असल में आसाराम जैसे किसी आध्यात्मिक गुरु पर संगीन आरोप लगे है. वैसे यह कोई नया समाचार नहीं है इस तरह के कई आरोप कुछ प्रसिद्ध आध्यात्मिक धर्म गुरुओं पर लग चुके है जिनमे स्वामी नित्यानंद राधे माँ,निर्मल बाबा साध्वी प्रज्ञा जैसे गुरु इस में शुमार है.वैसे अभी तक आशाराम पर लगा नाबालिग से यौन शोषण आरोप ज्यादा गंभीर और शर्मनाक है. आशाराम अनेक बार अपने आश्रम में होने वाली अमानवीय घटनाओं के बाद भी कानून के शिकंजे से बच जाते थे. आपको याद होगा इससे पहले आशाराम के आश्रम में दो बच्चों की संदिग्ध हालत में मौत हुए थी तब भी आशाराम ने अपने राजनीतिक रसूख का उपयोग कर के कानून को ठेंगा दिखाया था.इसके अलावा अनेक बार गैरकानूनी ढंग से जमीन हडप कर आश्रम के निर्माण के तो पता नहीं कितने केस उन पर चल रहे है.अभी १५ सितम्बर तक उन्हें यौन शोषण के आरोप में जेल हवा खानी है और इस बार उनकी जेल यात्रा जल्द समाप्त होती नहीं दिख रही . अब शायद उनके पुराने कारनामों का चिटठा उन्हें इस बार कई महीनों के लिए कानून के गिरफ्त में रखे. वैसे जिसका बिता हुआ वक़्त ही धोखे और अपराधों की लम्बी श्रंखला हो. वो कितनी भी कोशिश कर ले अपने उस गुण को नहीं छोड़ नहीं पता.ये ही आशाराम के साथ भी है. उनने अपने जीवन के शुरुआती दिनों में भी धोखाधड़ी के नए आयामों को ही अपना संगी बनाया बाद में अचानक धर्म गुरु के तौर पर प्रकट हुए.अगर इस बार भी आशाराम जी को जल्दी कानूनी शिकंजे से छुटकारा मिल गया तो सारे देश वासियों का कानून के और न्यायालय के ऊपर से विश्वास ख़त्म हो जायेगा. हम सब की यही अपेक्षा है कि इन भ्रष्ट और बदनाम धार्मिक और आध्यात्मिक गुरुओं, नेताओं पर हमारी सरकार को सख्त कानून की धाराओं के तहत करवाई करना चाहिए जो उनकी निष्पक्ष निर्णयों और उसके कार्यान्वयन को प्रदर्शित करे................ .

5 comments:

  1. पता नहीं कब समाज को इन स्वयंभू बाबा / फ़कीरों से छुटकारा मिलेगा।

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  2. सुंदर रचना...
    आप की ये रचना आने वाले शनीवार यानी 7 सितंबर 2013 को ब्लौग प्रसारण पर लिंक की जा रही है...आप भी इस प्रसारण में सादर आमंत्रित है... आप इस प्रसारण में शामिल अन्य रचनाओं पर भी अपनी दृष्टि डालें...इस संदर्भ में आप के सुझावों का स्वागत है...



    कविता मंच[आप सब का मंच]


    हमारा अतीत [जो खो गया है उसे वापिस लाने में आप भी कुछ अवश्य लिखें]

    मन का मंथन [मेरे विचारों का दर्पण]

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