ये शब्द पढ़कर आप सभी के मन में ये विचार आ रहा होगा कि ये कैसा जीवन क्या ये जीवन की चिंताओं, परेशानियों और दुखों के साथ आने वाले कष्टों के लिए लिखा गया है,तो ऐसा नहीं है मेरा इस शीर्षक से आप सभी को जीवन में ज़िगजैग मस्ती मज़ा और एक मस्तमौला व्यक्तित्वों की ओर संकेत है। जी हां मैं अपने शिमला ट्रिप की अगली श्रृंखला से अवगत कराना चाहती हु,जहां पर आप पहाड़ी मौसम,पहाड़ी खानपान, पहाड़ी सौंदर्य और पहाड़ी लोगों,पहाड़ी रास्तों से रूबरू हो पाएंगे।
आज के जीवन में जहां सभी का जीवन रोज रोज नए नए तरह के अनिश्चितताओं का भंडार है, जहां हर कोई अपनी ही चिंताओं को सर्वोपरि रखने में व्यस्त हैं,वहां अगर आप शिमला की वादियों में भ्रमण करेंगे तो आप इन सभी को भूलकर नए अनुभव और नई ऊर्जा को महसूस करेंगे। जैसे आप सभी जानते है पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहां के रास्ते घुमावदार और खड़ी चढ़ाई वाले होते हैं, पर यहां के इन रास्तों में गाड़ियों की आवाजाही को जो मंजर मैने देखा वो तो अदभुत ही था। यहां सभी गाड़ीवान एक दूसरे को सहयोग करते हुए गाड़ी का परिचालन करते है, इतना ही नहीं वे जाम लगने की स्थिति जो बहुत कम बनती हैं तब भी सहयोग की भावना को बरकरार रखते है,जैसे अगर कोई गाड़ी ऊंचाई से आती दिख रही है तो वह एक दूसरे को सहयोग करके सकरे रास्ते में भी गाड़ी चलाने को आसान बनाते है।अगर जाम लग गया है जो वहां पर स्कूल लगने छूटने या किसी सड़क के काम चलने जैसी स्थिति में लगता है तब गाड़ी बंद करके एक एक गाड़ी के निकलने का इंतजार करते हुए परस्पर सामंजस्य की मिसाल देते है। अगर गाड़ी किसी वजह से बंद हो गई है तो उस गाड़ी को उचित मदद देकर एक अच्छे नागरिक होने का फर्ज निभाते हैं।एक बात और जोड़ना चाहूंगी यहां पार्किंग की व्यवस्था को देखकर भी आप दांतों तले ऊंगली दबा लेंगे, ये मैं इसलिए कह रही हु क्योंकि मैंने यहां पर हमारे तरह की मल्टीस्टोरी पार्किंग या अन्य तरह की पार्किंग कम देखी पूरे पहाड़ी रास्तों में आप कही भी जाए आपके रास्ते में पूरे में एकदूसरे से ऑलमोस्ट सटी हुई गाडियां पार्क दिखती है और उनको निकालना भी किसी कलाकारी से कम नहीं, मतलब इस तरह की पार्किंग करना और गाड़ी निकालने की कला ने तो मुझे अपना कायल बना लिया।
वैसे तो पहाड़ी क्षेत्र मैदानी क्षेत्रों की तुलना में अनेक असमानताओं के साथ अपना अस्तित्व बनाने में व्यस्त है। वे यहां की विषमताओं के बावजूद अपने आप को एक ऐसे प्रदेश के तौर पर विकसित कर रहे जो आने वाले सैलानियों के लिए जादुई लोक की अवधारणा को पूर्ण करे ।।